नए वैरिएंट्स की निगरानी जरूरी:वैज्ञानिक बोले- जहां वायरस का खतरनाक म्यूटेशन दिखे, उस क्षेत्र को सीलकर अलग रणनीति बने

समय बचाने के लिए हर इलाके में म्यूटेशन की जीनोम सीक्वेंसिंग उसी क्षेत्र की लैब में हो, अभी गंभीरता जांचने में लग जाते हैं 4-5 महीने

https://ift.tt/eA8V8J from देश | दैनिक भास्कर https://ift.tt/3hdmj4B

टिप्पणियाँ

Popular post

स्किन 5 तरह की होती हैं, इसलिए अपनी त्वचा पहचानिए; जानिए उसे कैसे चमकदार बनाएं

तनाव और चिंता कम करने में थैरेपी का काम करती है जर्नल राइटिंग, बेहतर तरीके से सहेज सकेंगे यादें; मरने के बाद भी आपको जिंदा रखेगी लेखनी

सीएसई रिपोर्ट:स्मॉग केवल दिल्ली-एनसीआर में ही नहीं, गंगा के मैदानों तक फैल चुका; 56 शहरों में वाहन-औद्योगिक प्रदूषण व पराली जलाने से खराब हाल